Wednesday, February 24, 2010

रेल बजट से पहले ज़ी न्यूज़ की "सबसे बड़ी" शर्म

"सबसे बड़ी शर्म" और "पर्दाफाश" जैसे जुमलों के साथ ज़ी न्यूज़ ने रेल बजट से ठीक पहले एक स्टिंग ऑपरेशन दिखाया। इसमें बताया गया कि चंद रुपये में "ट्रेन बिक जाती" है और महज "तीन हज़ार रुपये" में "प्लैटफॉर्म तक का सौदा" हो जाता है। यह भी खुलासा किया गया कि ट्रेन में सफ़र करते वक़्त आप जो खाना खाते हैं वो गंदे पानी से बना होता है और यह यात्रियों की सेहत के साथ बहुत बड़ा धोखा है।

रेल बजट से ठीक पहले इस स्टिंग ऑपरेशन के ज़रिये ज़ी न्यूज़ ने सबसे आगे निकलने की कोशिश की। आज सुबह भी टुकड़ों-टुकड़ों में उस स्टिंग ऑपरेशन को दिखाया गया। दर्शकों को रेलवे के ख़ौफ़नाक सच से रू-ब-रू कराने की कोशिश की गई। और यह ताल भी ठोंकी गई कि ज़ी न्यूज़ के इस ऐतिहासिक खुलासे के बाद रेलवे के बाबुओं पर ममता का डंडा चल सकता है। हो सकता है कि टीआरपी दौड़ में शायद उसे कुछ फायदा भी मिले.... ((read more))

Wednesday, February 3, 2010

राजेंद्र यादव, अरुंधती, उदित राज... बुलंद होती इंसाफ़ की आवाज़

महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति विभूति नारायण राय की तानाशाही के ख़िलाफ़ आवाज़ बुलंद होने लगी है। प्रोफेसर अनिल चमड़िया को क्रूर तरीके से हटाए जाने के ख़िलाफ़ हस्ताक्षर अभियान तेज़ हो गया है। अब तक इस पर बड़ी संख्या में पत्रकारों, साहित्यकारों और प्रबुद्ध लोगों ने अपने हस्ताक्षर किए हैं। इसी कड़ी में जानी-मानी लेखिका, कार्यकर्ता और मानवाधिकारों की पक्षधर अरुंधती रॉय ने भी अपने हस्ताक्षर कर दिए हैं। मशहूर साहित्यकार और हंस के संपादक राजेंद्र यादव और फिल्मकार संजय काक ने दस्तख़त किए हैं। दलितों के हक़ के लिए लड़ने वाले उदित राज ने भी अनिल चमड़िया की बर्खास्तगी का विरोध किया है। ख़बरें यह भी आ रही हैं कि बजट सत्र के दौरान संसद में यह मुद्दा उठाने की तैयारी है। न केवल प्रोफेसर अनिल चमड़िया की बर्खास्तगी का मसला बल्कि महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में दलित छात्रों के उत्पीड़न का मसला भी उठाने की तैयारी है। अगर ऐसा हुआ तो यह एक बड़ी कोशिश होगी।

इस हस्ताक्षर अभियान के बारे में आपको कुछ बातें और बतानी हैं। बीते तीन दिन में बहुत पत्रकारों और साहित्यकारों से इस पर दस्तख़त करने की अपील की गई। कुछ लोगों ने हस्ताक्षर किए और कुछ ने यह कहते हुए मना कर दिया कि - वो जानते हैं कि अनिल चमड़िया के साथ ग़लत हुआ है लेकिन वो दस्तख़त नहीं करेंगे। कुछ ने कहा कि वो ऐसे ... ((read more))

Saturday, January 30, 2010

"पुलिसिया अंदाज में मुझे अपराधी साबित कर रहे हैं वीसी"

महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अनिल चमड़िया ने अपनी बर्खास्तगी की पूरी प्रक्रिया पर सवाल उठाया है। उन्होंने साफ़ किया है कि वो दलित हितों की वकालत करते हैं लेकिन इस पूरे मामले को उनके दलितवादी होने की तरफ़ मोड़ देने के पीछे एक बड़ा प्रोपोगैंडा है। यह यूनिवर्सिटी के कुलपति विभूति नारायण राय की साज़िश है। अनिल चमड़िया पूछते हैं कि जब उनकी नियुक्ति उनकी जाति के आधार पर नहीं हुई थी फिर जाति का सवाल क्यों? जनतंत्र और मोहल्लालाइव की तरफ़ से भेजे गए सवालों के जवाब में अनिल चमड़िया ने जो जवाब भेजे हैं वो सोचने पर मजबूर करते हैं। अगर ये सभी बातें सही हैं तो विभूति नारायण राय जैसे व्यक्ति को कुलपति जैसे अहम ओहदे से तुरंत हटाया जाना चाहिए। इतना ही नहीं प्रोफेसर और छात्रों को मानसिक यंत्रणा देने के मामले में उनके ख़िलाफ़ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। - मॉडरेटर ... ((read more))

सब प्रो. कृष्ण कुमार वगैरह ने किया, वीएन राय पाक साफ!

महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर विभूति नारायण राय की मानें तो प्रोफेसर अनिल चमड़िया की नियुक्ति निरस्त करने का फैसला प्रोफेसर कृष्ण कुमार, मृणाल पांडे, गंगा प्रसाद विमल और एक्जिक्यूटिव कौंसिल के बाकी सदस्यों का था। उनका इस फैसले से कोई लेना देना नहीं है और वो तो दरअसल अनिल चमड़िया को लेकर आए थे और उनके हाथ में होता तो वो अनिल चमड़िया को कतई न हटाते।

वीएन राय के इस भोलेपन पर कौन न फिदा हो जाए। लेकिन वी एन राय, क्या आप ये बताएंगे कि... ((read more))

Monday, January 18, 2010

इनके लिए ज्योति बसु की मौत भी पहली ख़बर नहीं

आज हिंदुस्तान देख कर कोई भी चौंक जाएगा। पहली ख़बर ठंड से जुड़ी हुई थी। मदन जैड़ा की रिपोर्ट जो मौसम वैज्ञानिकों के हवाले से तैयार की गई है। अगर मौसम वैज्ञानिकों की माने तो सर्दी देर से आई है और देर से जाएगी। यह ख़बर आप कल भी छाप सकते थे और कल भी छाप सकते हैं। चाहें तो अगर अगले साल जिस दिन भी कोहरा घना हो उस दिन उठा कर छाप दें। चार कॉलम की इस ख़बर के बगल में ज्योति बसु के निधन की ख़बर छपी है। दो कॉलम में। शायद हिंदुस्तान के संपादकों ने यह एक भद्दा मजाक किया है। वरना ज्योति बसु के निधन को पहली ख़बर बनाने की जगह मौसम वैज्ञानिकों के अनुमान पर आधारित एक ख़बर को पहली ख़बर बनाने का कोई तुक समझ नहीं आया।

यही हाल देश के नंबर वन अख़बार दैनिक जागरण का है। जागरण ने ज्योति बसु के निधन को पहली हेडलाइन के तौर पर ...... ((read more))

Thursday, January 7, 2010

सहारा टीम पर भरोसा है, हम कामयाब जरूर होंगे - उपेंद्र राय

उपेंद्र राय। स्टार न्यूज़ के तेज तर्रार रिपोर्टर। सीनियर एडिटर। और अब सहारा इंडिया परिवार के न्यूज़ डायरेक्टर। इतनी कम उम्र में किसी भी शख़्स को इतनी बड़ी जिम्मेदारी नहीं मिली। यह किसी भी शख़्स के लिए फक्र की बात होगी। उपेंद्र राय की इस कामयाबी पर आप या तो नाज़ कर सकते हैं या फिर रश्क। लेकिन आप उनकी इस कामयाबी को नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते। यह कामयाबी जितनी बड़ी है उससे कहीं अधिक बड़ी है सहारा मीडिया को उस मंजिल पर पहुंचाने की चुनौती जहां से यह सार्थक पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी पहचान बना सके। इस बेहद कठिन चुनौती को उपेंद्र राय और उनके साथी कैसे पूरा करेंगे इस बारे में जनतंत्र की तरफ से समरेंद्र ने उनसे बात की। यह बातचीत हम आपसे साझा कर रहे हैं। ... ((read more))

तो यह है स्टार न्यूज़ के धमाके का सच

हम यह बता चुके हैं कि स्टार न्यूज़ ने साल के पहले सप्ताह ही एक बड़ा धमाका किया है। उसने टीआरपी की रेस में न केवल इंडिया टीवी बल्कि आज तक को भी पटक कर नंबर वन की कुर्सी हथिया ली है। वह भी चमत्कारिक उछाल के साथ। उसकी टीआरपी में 3.4 अंकों की बढ़ोतरी हुई है। जहां कई बड़े चैनलों की कुल टीआरपी चार से नीचे हो वहां 3.4 अंकों की उछाल एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। लेकिन अब स्टार न्यूज़ के इस धमाके का एक और सच सुनिए। यह कारनामा तब हुआ है जब उसके सभी बड़े-छोटे अधिकारी मानेसर में ब्रेन स्ट्रॉमिंग कर रहे थे।... Read More