Tuesday, July 21, 2009

... तो कलाम नहीं जाते अमेरिका

एपीजे अब्दुल कलाम जैसा सरल-सहज व्यक्तित्व दीया लेकर ढूंढ़ने पर भी नहीं मिलेगा। दिमाग ऐसा कि आने वाली पीढ़ियां उस पर शोध कर सकती हैं लेकिन चेहरे पर वह मासूमियत जो किसी बच्चे में देखी जाती है। भारत को परमाणु शक्ति संपन्न बनाने वाले वैज्ञानिक अब्दुल कलाम, जनता के राष्ट्रपति माने जाने वाले अब्दुल कलाम। सबके लिए इतने प्रिय कि प्यार से लोग उन्हें काका कलाम कहकर पुकारने लगे। उस काका कलाम से अमेरिकी एयर अधिकारियों ने इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर बदसलूकी की।

इसी साल 24 अप्रैल को डॉक्टर कलाम सरकारी यात्रा पर अमेरिका जा रहे थे। उन्हें इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कॉन्टीनेंटल एयरलाइंस की फ्लाइट संख्या सीओ-083 से न्यूयॉर्क जाना था। तब उस एयरलाइन कंपनी के कर्मचारियों ने सुरक्षा जांच के नाम पर डॉक्टर कलाम की जेब में रखा पर्स और उनका मोबाइल ही नहीं उतरवाया, बल्कि जूते तक खोलवा लिये। कायदे से भारत का पूर्व राष्ट्रपति उस वीआईपी श्रेणी में आता है, जहां उसे ऐसे शक और जलालत की नजर से नहीं देखा जा सकता। लेकिन अमेरिकियों ने किसी दूसरे देश के राष्ट्राध्यक्ष या पूर्व राष्ट्राध्यक्ष का सम्मान करना कब सीखा?.... (READ MORE)