Saturday, January 30, 2010

"पुलिसिया अंदाज में मुझे अपराधी साबित कर रहे हैं वीसी"

महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अनिल चमड़िया ने अपनी बर्खास्तगी की पूरी प्रक्रिया पर सवाल उठाया है। उन्होंने साफ़ किया है कि वो दलित हितों की वकालत करते हैं लेकिन इस पूरे मामले को उनके दलितवादी होने की तरफ़ मोड़ देने के पीछे एक बड़ा प्रोपोगैंडा है। यह यूनिवर्सिटी के कुलपति विभूति नारायण राय की साज़िश है। अनिल चमड़िया पूछते हैं कि जब उनकी नियुक्ति उनकी जाति के आधार पर नहीं हुई थी फिर जाति का सवाल क्यों? जनतंत्र और मोहल्लालाइव की तरफ़ से भेजे गए सवालों के जवाब में अनिल चमड़िया ने जो जवाब भेजे हैं वो सोचने पर मजबूर करते हैं। अगर ये सभी बातें सही हैं तो विभूति नारायण राय जैसे व्यक्ति को कुलपति जैसे अहम ओहदे से तुरंत हटाया जाना चाहिए। इतना ही नहीं प्रोफेसर और छात्रों को मानसिक यंत्रणा देने के मामले में उनके ख़िलाफ़ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। - मॉडरेटर ... ((read more))

सब प्रो. कृष्ण कुमार वगैरह ने किया, वीएन राय पाक साफ!

महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर विभूति नारायण राय की मानें तो प्रोफेसर अनिल चमड़िया की नियुक्ति निरस्त करने का फैसला प्रोफेसर कृष्ण कुमार, मृणाल पांडे, गंगा प्रसाद विमल और एक्जिक्यूटिव कौंसिल के बाकी सदस्यों का था। उनका इस फैसले से कोई लेना देना नहीं है और वो तो दरअसल अनिल चमड़िया को लेकर आए थे और उनके हाथ में होता तो वो अनिल चमड़िया को कतई न हटाते।

वीएन राय के इस भोलेपन पर कौन न फिदा हो जाए। लेकिन वी एन राय, क्या आप ये बताएंगे कि... ((read more))

Monday, January 18, 2010

इनके लिए ज्योति बसु की मौत भी पहली ख़बर नहीं

आज हिंदुस्तान देख कर कोई भी चौंक जाएगा। पहली ख़बर ठंड से जुड़ी हुई थी। मदन जैड़ा की रिपोर्ट जो मौसम वैज्ञानिकों के हवाले से तैयार की गई है। अगर मौसम वैज्ञानिकों की माने तो सर्दी देर से आई है और देर से जाएगी। यह ख़बर आप कल भी छाप सकते थे और कल भी छाप सकते हैं। चाहें तो अगर अगले साल जिस दिन भी कोहरा घना हो उस दिन उठा कर छाप दें। चार कॉलम की इस ख़बर के बगल में ज्योति बसु के निधन की ख़बर छपी है। दो कॉलम में। शायद हिंदुस्तान के संपादकों ने यह एक भद्दा मजाक किया है। वरना ज्योति बसु के निधन को पहली ख़बर बनाने की जगह मौसम वैज्ञानिकों के अनुमान पर आधारित एक ख़बर को पहली ख़बर बनाने का कोई तुक समझ नहीं आया।

यही हाल देश के नंबर वन अख़बार दैनिक जागरण का है। जागरण ने ज्योति बसु के निधन को पहली हेडलाइन के तौर पर ...... ((read more))

Thursday, January 7, 2010

सहारा टीम पर भरोसा है, हम कामयाब जरूर होंगे - उपेंद्र राय

उपेंद्र राय। स्टार न्यूज़ के तेज तर्रार रिपोर्टर। सीनियर एडिटर। और अब सहारा इंडिया परिवार के न्यूज़ डायरेक्टर। इतनी कम उम्र में किसी भी शख़्स को इतनी बड़ी जिम्मेदारी नहीं मिली। यह किसी भी शख़्स के लिए फक्र की बात होगी। उपेंद्र राय की इस कामयाबी पर आप या तो नाज़ कर सकते हैं या फिर रश्क। लेकिन आप उनकी इस कामयाबी को नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते। यह कामयाबी जितनी बड़ी है उससे कहीं अधिक बड़ी है सहारा मीडिया को उस मंजिल पर पहुंचाने की चुनौती जहां से यह सार्थक पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी पहचान बना सके। इस बेहद कठिन चुनौती को उपेंद्र राय और उनके साथी कैसे पूरा करेंगे इस बारे में जनतंत्र की तरफ से समरेंद्र ने उनसे बात की। यह बातचीत हम आपसे साझा कर रहे हैं। ... ((read more))

तो यह है स्टार न्यूज़ के धमाके का सच

हम यह बता चुके हैं कि स्टार न्यूज़ ने साल के पहले सप्ताह ही एक बड़ा धमाका किया है। उसने टीआरपी की रेस में न केवल इंडिया टीवी बल्कि आज तक को भी पटक कर नंबर वन की कुर्सी हथिया ली है। वह भी चमत्कारिक उछाल के साथ। उसकी टीआरपी में 3.4 अंकों की बढ़ोतरी हुई है। जहां कई बड़े चैनलों की कुल टीआरपी चार से नीचे हो वहां 3.4 अंकों की उछाल एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। लेकिन अब स्टार न्यूज़ के इस धमाके का एक और सच सुनिए। यह कारनामा तब हुआ है जब उसके सभी बड़े-छोटे अधिकारी मानेसर में ब्रेन स्ट्रॉमिंग कर रहे थे।... Read More