Sunday, July 12, 2009

नेताओं और पत्रकारों की छींटाकशी में छूट गए मुद्दे

दिल्ली के कंस्टीट्यूशन क्लब में शनिवार को उदयन शर्मा फाउंडेशन ट्रस्ट की तरफ से संवाद 2009 का आयोजन किया गया। इस मौके पर कपिल सिब्बल, शरद यादव, सीताराम येचुरी, कुलदीप नैयर, राहुल देव, संतोष भारतीय, नीलाभ मिश्रा, आशुतोष, पुण्य प्रसून वाजपेयी, कुर्बान अली, पंकज पचौरी समेत कई दिग्गज पत्रकार और नेता जमा हुए। सभी ने मीडिया की मौजूदा स्थिति पर जो कुछ कहा उससे मोटे तौर पर कुछ निष्कर्ष निकाले जा सकते हैं। पहला, हाल के दिनों में जो धत्तकर्म हुए हैं उनसे मीडिया की साख बहुत घटी है। दूसरा, घटती साख से पत्रकारों का एक धड़ा बेचैन है। तीसरा, पत्रकारों का एक वर्ग ऐसा भी जो अपनी ठसक में अब भी व्यापक बहस के लिए तैयार नहीं है। चौथा, लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की घटती साख से बाकी तीन स्तंभ अधिक निरंकुश हो गए हैं। अगर ऐसा नहीं होता तो कपिल सिब्बल ने ये नहीं कहा होता कि आप कुछ भी लिखते रहें, हमें फर्क नहीं पड़ता।.... ((READ MORE))